Unit of Classification

Unit of Classification

  • पादपों को उनकी विभिन्नताओं के आधार पर अलग-अलग वर्गिकी  समूह (Taxonomic groups ) में बाँटा गया है,  इन समूहों को  वर्गक (Rank )  कहा जाता है  -जैसे जाती वंश कुल  गण क्लास आदि 
  •  जाति वर्गीकरण की आधारभूत इकाई होती है यह प्राकृतिक वर्गिकी श्रेणी है जबकि  वंश कुल वर्ग आदि कृत्रिम श्रेणियां है 
  • वर्गीकरण में जातियों को वंश में सम्मिलित किया जाता है तथा वंशो को कुल में और कुल को गणों में सम्मिलित किया जाता है इस प्रकार एक क्रम चलता जाता है जिससे वर्गीकरण की उच्च वर्गको (Highest order rank ) की  कोटीयां बनती है पादपों को वर्गीकृत करते समय सबसे बड़े वर्गक (Highest order rank ) से निम्नतम वर्गक (Lowest order rank)  तक अवरोही क्रम में वर्गको  को स्थापित किया जाता है जैसे –

Kingdom – Plantae

Division – Embryophyta

Sub division – Angiospermae

Class – Dicotyledonae

Sub class – Archichlamydeae

Order – Rosales

Sab order – Rosineae

  Family – Rosaceae

  Sab family – Rosoideae

   Tribe – Roseae

  Genus – Rosa

  Sab genus – Eurosa

  Species – Rosa gallica

Concept of taxonomic categories

  • आधुनिक पादप वर्गीकरण विज्ञान की प्रमुख धारणाओं के अनुसार विभिन्न पौधों में परस्पर प्राकृतिक और अनुवांशिक संबंध होते हैं 
  • जिनको हम वर्तमान रूप में देख रहे हैं वे  विकास क्रम के दौरान उत्पन्न हुए  विकास क्रम के कारण  उनमें  नए लक्षणों का समायोजन हो गया तथा उनमें संरचनात्मक और अनुवांशिक जटिलताएं बढ़ गई जिसके कारण संतति पौधे में अपने पूर्वजों से पर्याप्त संरचनात्मक   भिन्नता दिखाई देने लगी। 
  •  इन  विभिन्नताओं  के आधार पर उनको अलग-अलग श्रेणी में रखा गया है  इस अवधारणा ने जाति वंश तथा कुल की संकल्पना को एक निश्चित आधार प्रदान किया अतः इन श्रेणियों को ही तकनीकी रूप से वर्गक  (Taxon ) कहा जाता है।

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